टेक:- आज आई है दीवाली सारे ख़ुशी में झूमे जा रहे ।
अपने प्रभु जी को पा कर गीत ख़ुशी के गा रहे ।।
1. दूर-दूर से गुरुमुखजन सतगुरु चरणों में आये,
भक्ति प्रेम के दीप जगा कर फूले नहीं समाये,
ऐसी रोशनी है पाई पा कर सभी मुसकरा रहे ।
अपने प्रभु जी को पा कर गीत ख़ुशी के गा रहे ।।
2. त्रेता युग में राम प्रभु ने जो सन्देश सुनाया,
गुरुमुखों ने उस करनी को जीवन में अपनाया,
नवधा भक्ति की दात सतगुरु आज लुटा रहे ।
अपने प्रभु जी को पा कर गीत ख़ुशी के गा रहे ।।
3. दुनिया वाले आज के दिन लक्ष्मी की पूजा करते,
वही लक्ष्मी और धन कुबेर सतगुरु का पानी भरते,
ऐसे गुरु की शरण में बैठ गुरुमुख सुख को पा रहे ।
अपने प्रभु जी को पा कर गीत ख़ुशी के गा रहे ।।
4. 'दासा' आज शुभ घड़ी जगमग करती आई,
हिरदय में गुरु नाम की हमने दीप-माला सजाई,
भागों वाले यहाँ आ कर सच्ची दीवाली मना रहे ।
अपने प्रभु जी को पा कर गीत ख़ुशी के गा रहे ।।